थर्मोकपल: एक विस्तृत जानकारी (Thermocouple: A Comprehensive Guide)

मई 23, 2023

thermocouple in hindi
Thermocouple in Hindi

Thermocouple एक तरह का temperature sensor होता है जो दो अलग अलग किस्म के मैटेलिक कंडक्टर से बना होता है, ये दो कंडक्टर जंक्शन को temperature के हिसाब से measure करके temperature को कैलकुलेट करता है।

Thermocouple काम करने के लिए, एक जंक्शन हॉट जंक्शन कहते हैं, जहां पर दो अलग अलग मेटल की ends को कनेक्ट किया जाता है और दूसरा जंक्शन कोल्ड जंक्शन होता है जहां पर thermocouple का temperature को मापा जाता है, temperature के। चेंज हॉट जंक्शन के मेटल के कंडक्टिविटी में बदलाव लाता है और इससे इलेक्ट्रिक पोटेंशियल जेनरेट होता है, जो कोल्ड जंक्शन तक ट्रैवल करता है और इसके  रीडिंग तापमान को इंडिकेट करता है।

Thermocouple बहुत ही reliable or durable होते हैं और बहुत से एप्लीकेशन में उसे किये जाते हैं, जैसे कि heating और cooling start, automobile, और industrial process monitoring.

thermocouple working in hindi
Thermocouple Working in Hindi

Working of Thermocouple (Thermocouple के कार्य)

Thermocouple एक ऐसा temperature sensor है जो temperature को मापने के लिए प्रयोग में लाया जाता है, ये sensor दो अलग अलग किस्म के मेटल वायर से बना होता है, जिन्हें 'legs' कहा जाता है। जब इन दोनों 'legs' को आपस में जोड़ दिया जाता है तो एक जंक्शन बनता है, अगर दोनो 'legs' का temperature अलग अलग होता है तो इस जंक्शन में एक voltage generator होता है, जो thermocouple के temperature से सम्बन्धित होता है।
ये वोल्टेज thermoelectric effect के कारण जेनरेट होता है, जो कहता है, जब दो अलग अलग किस्म के मेटल की तरह के वायर को आपस में जोड़ा जाता है, तो अगर दोनो वायर का temperature अलग अलग होता है तो दोनो वायर में एक potential difference create होते हैं। इस वोल्टेज को thermocouple से readout सिस्टम में एम्प्लीफाई किया जाता है, जिसमें ये वोल्टेज temperature की मेजरमेंट के लिए प्रयोग किया जाता है।
Thermocouple के अलग अलग किस्म के मेटल वायर का selection temperature range और एक्यूरेसी पर निर्भर करता है, जैसे। की टाइप के thermocouple में क्रोमेल (एनआईसीआर) और एलुमेल (एनआईऐएल) मेटल का प्रयोग किया जाता है और ये 200°C से लेकर 1372° C तक के temperature को मेजर कर सकता है।
types of thermocouple in hindi
Types of Thermocouple in Hindi

Types of Thermocouple (Thermocouple के प्रकार)

Thermocouple के कई प्रकार हैं:-
  • K-type thermocouple:- ये सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाला thermocouple है, इसका temperature range -200°C se 1350°C तक होता है।
  • J- type thermocouple:- ये भी एक common thermocouple है, जिसका temperature range 210°C  से 1200°C तक होता है।
  • T-type thermocouple:- इसका temperature range - 200°C  से 370°C तक होता है, ये thermocouple low तापमान application के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
  • E- Type thermocouple:- इसका temperature range 270°C से 1000°C तक होता है, ये thermocouple low to moderate तापमान application के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
  • N- Types thermocouple:- इसका temperature range - 270°C se 1300°C तक होता है, ये thermocouple High तामपान application के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
  • S- Type thermocouple:- इसका temperature range 50°C से 1750°C तक होता है, ये thermocouple High temperature application के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
  • R-Type thermocouple:- इसका प्रयोग रेंज  50°C se 1750°C तक होता है, ये thermocouple High temperature application के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
इनमें से किस प्रकार का thermocouple इस्तेमाल करना है, उसका चुनाव आपका जरूरत के अनुसार किया जाता है।


Advantages and Disadvantages of Thermocouple (Thermocouple के फायदे और नुकसान)


Thermocouple के बहुत सारे फायदे होते हैं -
  • Wide Temperature Range- Thermocouple High temperature range के लिए काफी उपयोगी होते हैं, जोकि -200°C से लेकर 2000°C तक हो सकते हैं।
  • Fast Response Time:- Thermocouple बहुत ही फास्ट रिस्पॉन्स टाइम के साथ काम करते हैं, जिसमें से कुछ माइक्रोसेकंड्स तक का रिस्पॉन्स टाइम भी हो सकता है।
  • Durable और Rugged:- thermocouple मैकेनिकल shocks, vibrations, और हाई प्रेशर को easily सहन कर सकते हैं, इसलिए ये durable और rugged होते हैं।
  • Small and Compact:- thermocouple का साइज छोटा औरकॉम्पैक्ट होता है, जिससे की ये आसानी से फिट हो जाते हैं और उन्हें इंस्टॉल करना काफी आसान होता है।
  • Wide Rage of Application:- thermocouples के वाइड temperature range की वजह से इन्हें बहुत सारे एप्लीकेशन में प्रयोग किया जाता है, जैसे कि industrial process, Automotive, Aerospace, Medical Equipment और Library Experiments।
  • Easy to use:- Thermocouple बहुत ही सिंपल और easy to use होते हैं,और इन्हें calibrate करना भी बहुत easy होता है, इसलिए इन्हें वाइड रेंज ऑफ एप्लीकेशन में प्रयोग किया जाता है।

Thermocouple एक प्रकार का temperature range है जो दो अलग अलग खातों के संयोग से temperature का अनुमान लगाता है। Thermocouple के कुछ नुकसान नीचे दिए गए हैं:-

  • Accuracy:- thermocouple के बहुत से प्रकार होते हैं, जिनमें से कुछ का accuracy काफी हद तक कम होता है, इसलिए  आपको अपने उपयोग के अनुसार सही प्रकार का thermocouple चुनना चाहिए।
  • Temperature Range:- हर एक thermocouple के लिए एक निश्चित temperature range होता है, जिनके बाहर उनका उपयोग करने से उनकी performance में गिरावट होती है।
  • Response time:- Thermocouple का रिस्पॉन्स टाइम भी उसके प्रकार पर निर्भर करता है, कुछ thermocouple बहुत तेज होते हैं, लेकिन कुछ की प्रतिक्रिया धीमी होती है।
  • Environmental Effect:-  Thermocouples के उपयोग को प्रभावित करने वाले अनेक प्रकार के पर्यावरणीय effect होते हैं जेसे कि electromagnetic interference (EMI),moisture, dust, और। केमिकल इन सभी फैक्टर से thermocouple के अनुसार होने वाले नुकसान को रोका जा सकता है।
  • Lifespan:- Thermocouple की लाइफस्पैन उसके डिजाइन उपयोग के तरीके और उपयोग की स्थिति पर निर्भर करता है, जब आप उनका उपयोग करते हैं, तब आपको उन्हें सुरक्षित रखना होगा, ताकि उनकी lifespan लंबे समय तक रहे।
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थर्मोकपल: एक विस्तृत जानकारी (Thermocouple: A Comprehensive Guide) थर्मोकपल: एक विस्तृत जानकारी (Thermocouple: A Comprehensive Guide) Reviewed by Jagdish on मई 23, 2023 Rating: 5

What is an Resistance Temperature Detector (RTD) in Hindi

मई 13, 2023

Resistance Temperature Detector (RTD) in Hindi
Resistance Temperature Detector (RTD)

RTD (Resistance Temperature Detector) एक Electronics Sensor है जो Temperature को मापने के लिए प्रयोग किया जाता है. RTD ohm's laws के सिद्धांत पर काम करता है। जो एक conductor में current फ्लो करने पर उसमें वोल्टेज drop करता है। जब एक RTD में करंट फ्लो होता है तो उसमें हीट जेनरेट होती है, और उसके Temperature के साथ resistance भी बदल जाती है ।

RTD एक वायर से बना होता है जिसका material platinum, nickel और copper हो सकता है। Platinum सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला RTD material है। क्यूंकि ये बहुत ही एक्यूरेट है और temperature range बहुत वाइड है।

RTD का आउटपुट resistance के change से मापा जाता है, एक RTD ka resistance तापमान के साथ linearly बदलता है, अगर temperature बड़ेगा तो resistance भी बड़ेगा, और अगर temperature घटेगा तो resistance भी घटेगा। RTD का resistance बहुत ही sensitive होता है, इसलिए बहुत ही एक्यूरेट तापमान मापने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है ।

Resistance Temperature Detector (RTD) in Hindi
RTD in Hindi

Types of RTD (RTD कितने प्रकार के होते हैं ?)

RTD ( Resistance Temperature Detector) कई प्रकार के होते हैं,  जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:-
  • Platinum RTD- इस प्रकार के RTD में प्लेटिनम का उपयोग होता है, ये सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले RTD's में  से एक है और इसकी एक्यूरेसी बहुत अधिक होती है।
  • Copper RTD- कॉपर RTD में कॉपर का उपयोग होता है, ये प्लेटिनम RTD के मुकाबले कम एक्यूरेट होते हैं, लेकिन इसकी कीमत भी कम होती है।
  • Nickle RTD- इस प्रकार के RTD में Nickle का उपयोग होता है, ये प्लेटिनम RTD के मुकाबले सस्ती होती है, लेकिन इसकी accuracy भी कम होती है।
  • Thermistor RTD - इस प्रकार की RTD में thermistor का उपयोग होता है जो सेमीकंडक्टर मैटेरियल से बना होता है, ये सबसे सस्ते RTD's में से एक है, लेकिन इसकी एक्यूरेसी भी कम होती है।
ये कुछ प्रमुख RTD के प्रकार  हैं, लेकिन अन्य RTD's भी होती हैं जैसे:- गोल्ड, सिल्वर, और lead's RTD's जो अलग अलग उपयोग के लिए बनाए जाते हैं।

RTD in Hindi
RTD Connection in Hindi

RTD Advantages & Disadvantages (RTD के फायदे और नुकसान)

RTD (Resistance Temperature Detector) एक ऐसा सेंसर है जो तापमान के change को electrical signal में बदलता है। इसका इस्तेमाल तापमान मापने के लिए किया जाता है। RTD के लगाने के फायदे और नुकसान नीचे दिए गए हैं।


Advantages

  • High Accuracy: RTD सेंसर बहुत ही एक्यूरेट होते हैं और उनका तापमान रीडिंग बहुत ही precise होती है, इसलिए इनका इस्तेमाल तापमान सेंसिटिव application में किया जाता है, जहां High Accuracy की आवश्यकता होती है।
  • Wide Temperature Rage - RTD सेंसर बहुत ही वाइड तापमान रेंज में काम करते हैं,typically - 200°C se 800°C  तक।
  • Linear Response: RTD सेंसर के रिस्पॉन्स लीनियर होता है, इसका मतलब ये है कि उनका आउटपुट बहुत ही predictable होता है और उनके रीडिंग के बीच लीनियर relationship होता है।
  • High Stability: RTD sensors बहुत स्टेबल होते हैं और उनका रिस्पॉन्स टाइम बहुत ही कम होता है।

Disadvantages

  • Cost :- RTD सेंसर thermocouple सेंसर से महंगी होते हैं, इसलिए इनका इस्तेमाल कॉस्ट -सेंसिटिव एप्लीकेशंस नहीं किया जाता है।
  • Current Limitation:-RTD सेंसर बहुत ही लो करेंट आउटपुट के साथ काम करते हैं। इसलिए उनके आउटपुट सिग्नल में एम्प्लीफायर की जरूरत होती है।
  • Fragility: RTD सेंसर बहुत ही fragile होते हैं और इन्हें रफ handling से बचाया जाना चाहिए, इनका mishandling उनके accuracy को affect कर सकता है।
  • Non-Linearity : अगर RTD सेंसर का मैटेरियल चेंज हो जाता है या फिर उनका डिजाइन डिफेक्टिव हो जाता है तो उनका आउटपुट नॉन- लीनियर हो सकता है।
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