इस पोस्ट में हम जानेंगे की 5V, 5 Pin DC Relay Working, Construction and Connection in Hindi, Relay Working and Connection कैसे करते हैं , हम उम्मीद करते हैं कि आपको ये पोस्ट पसंद आएगी और इस पोस्ट से आपको बहुत कुछ सीखने को भी मिलेगा। अगर आप हमारी सभी latest पोस्ट का update पाना चाहते हैं , तो आप हमें Instagram पर Follow कर सकते हैं , क्योकि हम सभी latest पोस्ट Instagram पर update करते रहते हैं |
Relay Working and Connection |
What is Relay ?
Relay एक switching device है जिसको हम external voltage (5V DC, 12V DC, 24V DC, 110V AC, 220V AC या 440V AC) देकर control कर सकते हैं , किस relay को कितना controlling voltage देना है ये relay coil पर निर्भर करता है और relay को control circuit में इस्तेमाल किया जाता है। किसी भी relay मे हमें दो चीजों की जरुरत होती है, पहला है NO (normally open)और दूसरा है NC (normally close), ताकि हम relay का इस्तेमाल अपने control circuit में कर सकें।
Relay Working and Connection in Hindi |
Relay Working Principle in Hindi
इस पोस्ट में हम 5V, 5 Pin DC Relay की बात कर रहे हैं , अगर बात की जाए Relay के Working Principle की तो लभभग सभी Relay का Working Principle एक ही होता है। जैसे की हमने आपको ऊपर बताया की relay coil को control करने के लिए controlling voltage की जरुरत होती है, जैसे ही relay की coil को controlling voltage दी जाती है तो relay की coil में एक magnetic field बनता है, relay coil के साथ ही एक plunger या plate लगा होता है, जब relay coil में magnetic field बनता है तो ये plunger या plate coil की ओर आकर्षित होती है जिससे NO - NC बनता है और NC - NO बन जाता है।
Relay Construction in Hindi
जैसा की हमने जाना की relay एक switching device है तो एक relay में NO NC और Com. terminals होते हैं, जिसमे NO और NC plunger या plate से कनेक्ट होते हैं । relay में एक operating coil भी होती है, जिसमे magnetic field बनता है। relay में NO और NC के Contact इस प्रकार से plunger या plate के साथ जुड़े होते हैं की जब relay अपनी home position में होती है तो plunger या plate NC terminal को Com. terminal के साथ connect करके रखती है, लेकिन जैसे ही coil magnetise होती है तो यही plunger या plate NO terminal और com. terminal को आपस में कनेक्ट कर देती है जिससे switching होती है। जब relay coil से supply voltage disconnect कर दी जाती है तो relay फिर से अपनी home position में आ जाती है, supply voltage ना होने पर अपने आप home position आने के लिए इसके plunger या plate में एक spring लगी होती है जो इसको home position में ले कर आती है।
Relay Connection in Hindi
किसी भी relay में connection करने के लिए हमें तीन terminals की जरुरत होती है जिनमें पहला है common terminal दूसरा है NC (normally close) और तीसरा है NO (normally open) इन तीनो terminals के अलावा A1 और A2 terminals को coil के terminals होते है जिनको controlling voltage दी जाती है जैसा की ऊपर diagram में दिखाया गया है।
Relay Working Principle, Connection and Construction के बारे में Video से समझने लिए आप नीचे दी गई Video देख सकते है।
Relay Working Principle, Connection and Construction के बारे में Video से समझने लिए आप नीचे दी गई Video देख सकते है।
Relay Working, Construction and Connection in Hindi
Reviewed by Joshi Brothers
on
सितंबर 08, 2019
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