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Construction of Three Phase Induction Motor in Hindi. Three Phase Induction Motor

अगस्त 05, 2018
Construction of Three Phase Induction Motor in Hindi:- Three Phase Induction Motor, Industry में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होती है। क्योंकि इस Motor की Characteristics काफी अच्छी होती है। Three Phase Induction Motor के Rotor को अलग से किसी भी प्रकार की कोई भी Supply Voltage नही दी जाती बल्कि Induction की वजह से इसमे खुद ही E.M.F पैदा हो जाती है। अगर आप हमारी सभी latest पोस्ट का update पाना चाहते हैं , तो आप हमको Instagram पर Follow कर सकते हैं , क्योकि सभी latest पोस्ट हम Instagram पर update करते रहते हैं  |
Construction of Three Phase Induction Motor in Hindi.
Three Phase Induction Motor

थ्री फेज इंडक्शन मोटर के भाग (Parts of Three Phase Induction Motor)


  • स्टेटर (Stator)
  • रोटर (Rotor)



स्टेटर (Stator):- Stator, Three Phase Induction Motor का स्थिर भाग होता है। Motor की winding stator में ही की जाती है। stator सिलिकॉन स्टील (Silicone Steel) का बना होता है। इसको Silicone Steel की पतली -पतली परतों से मिलकर बनाया जाता है, और हर एक परत को Laminate करके पूरी तरह टाइट दबाकर बनाया जाता है। Stator में ही Three Phase की Winding की जाती है, और फिर इस stator को Cast Iron के फ्रेम में रखा जाता है। आपने अक्सर देखा होगा कि Three Phase Induction Motor की Body में बाहर की तरफ Slots कटे होते हैं , वही फ्रेम होता है जोकि Cast Iron का बना होता है। Slots बनाने का मुख्य कारण motor को Cooling Provide करवाना होता है, क्योकि जब मोटर चलती है तो उसमें कुछ heat losses होते हैं  जिसकी वजह से motor गर्म हो जाती है। Slots उस गर्मी को बाहरी की हवा के सम्पर्क में लाकर ठंडा कर देते हैं ।

रोटर (Rotor):- Three Phase Induction Motor में Rotor घूमने वाला भाग होता है, इस Motor में दो प्रकार के Rotor इस्तेमाल किए जाते हैं ।


  • स्क्रूयल केज रोटर
  • फेज वाइंड रोटर

जैसा कि हमने आपको बताया की  Three Phase Induction Motor में Rotor घूमने वाला भाग होता है। Rotor, Silicone Steel का बना होता है। silicone steel की हर एक परत तो laminate किया रहता है ताकि इसमे पैदा होने वाले Eddy Current और Hysteresis Losses को कम किया जा सके। Rotor के ऊपर अलग से कोई Winding नही की जाती  बल्कि इसके ऊपर Aluminum की Rods लगी होती है और Rods लगाने के बाद Rotor के दोनों सिरों को End Ring से Short कर दिया जाता है, यही इसकी Winding होती है। जब कभी आप किसी Motor के Rotor को देखेंगे तो आप उसमें Aluminum Rods आसानी से देख सकते है, उस Rotor में आपको Lining दिखेंगी वही Aluminium Rods होती है।

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Construction of Three Phase Induction Motor in Hindi. Three Phase Induction Motor Construction of Three Phase Induction Motor in Hindi. Three Phase Induction Motor Reviewed by Joshi Brothers on अगस्त 05, 2018 Rating: 5

Alternator Working Principle in Hindi, All About Alternator in Hindi

अगस्त 01, 2018
Alternator Working Principle in Hindi, All About Alternator in Hindi:- जिस प्रकार DC Motor और DC Generator का Construction एक सा होता है लेकिन Working Principle अलग-अलग होता है, ठीक उसी प्रकार Alternator और Synchronous Motor का भी Construction एक सा लेकिन Working Principle अलग - अलग होता है। Alternator एक ऐसी Machine है जो Mechanical Energy को A.C Electrical Energy में बदलती है। Alternator को हम A.C Generator भी कहते है। अगर आप हमारी सभी latest पोस्ट का update पाना चाहते है, तो आप हमको Instagram पर Follow कर सकते है, क्योकि सभी latest पोस्ट हम Instagram पर update करते रहते हैं  |

Alternator Working Principle in Hindi, All About Alternator in Hindi
AC Generator (Alternator)

Alternator का Working Principle. (Working Principle of Alternator)


Alternator फैराडे के इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन (Electromagnetic Induction) के सिद्धान्त पर काम करता है। फैराडे के इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन (Electromagnetic Induction) के अनुसार जब कभी भी कोई चालक (Conductor) चुम्बकीय बल रेखाओ को काटता है, तो उस चालाक (Conductor) में ई.एम.एफ (EMF) पैदा हो जाती है, और ये EMF फ्लक्स परिवर्तन की दर (Rate of Changing Flux) और चालको (Conductors) की संख्या के समानुपाती होती है। इसी सिद्धान्त पर Alternator भी काम करता है।

Alternator के भाग (Parts of Alternator)


Alternator के मुख्य तीन भाग होते है।

  • स्टेटर (Stator)
  • रोटर (Rotar)
  • एक्साइटर (Excitor)


स्टेटर (Stator):- स्टेटर Alternator का स्थिर भाग (Stationary Part) होता है। स्टेटर में Alternator की आर्मेचर वाइंडिंग की जाती है और फिर स्टेटर को Alternator फ्रेम से कवर किया जाता है। Alternator फ्रेम Alternator की Capacity के अनुसार बना होता है। जितना ज्यादा Capacity का Alternator होगा उसमें Cooling के उतने ही ज्यादा इंतेजाम किए जाते हैं । जैसे कि Alternator की Body में Slots बने होते हैं  जिससे कि Alternator को Cooling Provide करवाई जा सके। Alternator के स्टेटर में कई तरह से वाइंडिंग की जाती है। Alternator के Capacity के अनुसार इसमे भी Slotes बने होते हैं। जैसे कि ओपन टाइप, क्लोज टाइप, सेमिक्लोज़ टाइप etc. ओपन टाइप स्लॉट में ऊपर से नीचे तक एक समान रहता है और इसी में Stator Winding की जाती है। क्लोज टाइप स्लॉट में ऊपर और नीचे दोनों तरफ से स्लॉट बन्द होते हैं , और इस टाइप की Winding वाले Alternator हमेशा  High Capacity के होते हैं। सेमिक्लोज़ टाइप में स्लॉट की चौड़ाई ऊपर से कम और नीचे से ज्यादा होती है। और कई प्रकार के स्लॉट्स स्टेटर वाइंडिंग के लिए प्रयोग में लाए जाते हैं  जोकि स्टेटर के Construction और Alternator के Capacity पर निर्भर करता है।

रोटर (Rotor):- Alternator में दो प्रकार के रोटर इस्तेमाल किए जाते है।

  • सैलियन्ट पोल टाइप।
  • स्मूथ सिलिंडरिकल टाइप।

सैलियन्ट पोल टाइप:- इस प्रकार के रोटर ज्यादातर कम Capacity वाले Alternators के लिए प्रयोग किए जाते हैं । इनका व्यास (Diameter) ज्यादा होता है जिसकी वजह से इन रोटर्स की स्पीड कम ही रहती है, स्पीड कम रहने का एक कारण ये भी है कि इन रोटर में पोलो की संख्या भी ज्यादा रहती है जिसकी वजह से इनकी स्पीड कम रहती है और इनको कम Capacity वाले Alternators में इस्तेमाल किया जाता है।

स्मूथ सिलिंडरिकल टाइप:- इस प्रकार के रोटर्स को हमेशा  high speed के लिए प्रयोग किया जाता है। इन रोटरों की लंबाई अधिक होती है और व्यास कम होता है जिसकी वजह से इनको high RPM पर भी चलाया जा सकता है। इनकी स्पीड 1500 से 3000 RPM तक बड़ाई जा सकती है। ये हमेसा फोर्ड स्टील के बने होते हैं  जिसकी वजह से इनकी लाइफ भी बड़ जाती है।

एक्साइटर (Excitor):- Alternator के पोलो की वाइंडिंग को एक्साइट करने के लिए एक्साइटर की जरूरत पड़ती है। एक्साइटिंग वोल्टेज 125 से 250V तक होती है, और ये DC Shunt या DC Compound Generator से दी जाती है।


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Single Phase Induction Motor in Hindi, Single Phase Motor

जुलाई 16, 2018
single phase induction motor in hindi
Single Phase Induction Motor in Hindi

Single-phase induction motor एक ऐसा motor है जो single-phase AC supply से चलती है, ये motor generally low power rating के household appliances जैसे कि pumps, fans, blowers, और small industrial machinery में प्रयोग होती है।

Working of Single Phase Induction Motor


Single-phase induction motor में, stator winding (fixed winding) के द्वारा single-phase AC voltage लगाई जाती है, ये winding एक rotating magnetic field create करता है जिससे rotor (rotating part) को भी एक magnetic field induce होता है।

Rotor में copper bars (conducting bars) होती है जिनमें laminated iron core के slot में रख कर रखा जाता है, जब rotating magnetic field stator winding के द्वारा generate होता है तो, rotor में भी eddy currents induced होते हैं, ये eddy currents magnetic field के कारण rotor में circulate होती है जिससे rotor की movement start होती है।

single phase induction motor in hindi
Single Phase Induction Motor in Hindi

Rotor की movement के साथ साथ, motor की shaft से mechanical energy generate होती है जिससे connected load को power provide किया जाता है।

Single-phase induction motor को start करने के लिए, starting winding और starting capacitor का इस्तेमाल किया जाता है, Starting winding से अलग एक magnetic field create होता है जिससे rotor की movement start होती है, जब rotor की speed एक certain limit तक पहुंच जाती है, तब starting winding automatic disconnect हो जाती है और motor में winding (running winding) से power supply provide होती है।

Types of single phase induction motor


Single-phase induction motors को starting methods, construction, और number of windings के आधार पर बांटा जा सकता है, यहां पर कुछ common types के single-phase induction motors की बात करते हैं:

Split-phase induction motor

split phase induction motor in hindi
Split Phase Induction Motor in Hindi

Split-phase induction motor एक ऐसा motor है जो AC power से चलता है, ये motor electrical energy को mechanical energy में convert करता है, ये motor के दो main parts होते हैं- stator (stabilizer) and rotor.

Stator में एक coil होता है, जिसे main winding कहा जाता है, और एक ओर coil होती है जिसे starting winding कहा जाता है, Starting winding electrical energy को generate करता है, जो rotor को move करने के लिए initial boost provide करता है।

Rotor एक cylindrical core होता है, जिसके ऊपर conductive bars होते हैं, इन्हे rotor winding कहा जाता है, Starting winding से flow करने वाली current के कारण, stator के magnetic field में rotating magnetic field generate होता है, जिससे rotor में भी magnetic field induced होता है।

इस magnetic field के कारण rotor के conductive bars में eddy currents induced होते हैं, जिससे rotor में एक magnetic field generate होता है, ये magnetic field rotor के magnetic field से opposite direction में होता है, इस magnetic field के कारण rotor की rotation शुरू हो जाती है।

Jab rotor की speed ऐसे ही बढ़ती है तो starting winding की current कम हो जाती है और उसका role खत्म हो जाता है, इसके बाद motor के केवल main winding से ही magnetic field generate होता है, जिससे motor continue rotation करता रहता है।

Split-phase induction motor mainly small appliances जैसे fans, pumps और other small machinery में प्रयोग किया जाता है।

Capacitor-start induction motor

capacitor start induction motor in hindi
Capacitor-Start Induction Motor in Hindi

Capacitor-start induction motor एक ऐसा electric motor है जो starting torque को increase करने के लिए एक capacitor का उपयोग करता है, ये motor single-phase power supply से चलता है और low to medium power applications के लिए प्रयोग किया जाता है।

इस motor में starting torque को बढ़ाने के लिए एक capacitor का उपयोग किया जाता है, जो  stator winding के साथ connected होता है, ये capacitor motor के starting के time में current को lead करने में मदद करता है, जिससे starting torque बढ़ जाता है।

Motor के starting के time में, capacitor stator winding के साथ connected होता है, जिससे motor की starting current के बीच phase difference create हो जाता है, इस phase difference से starting torque को बढ़ाया जा सकता है।

जब motor का speed बढ़ने लगता है, capacitor stator winding से disconnect हो जाता है और motor normal operating mode में चलता है। Capacitor-start induction motor के अलावा भी कुछ और induction motors है जेसे कि capacitor-run induction motor और split-phase induction motor, जो starting torque को increase करने के लिए capacitor का उपयोग करते हैं।

Capacitor-run induction motor

capacitor run induction motor in hindi
Capacitor-Run Induction Motor in Hindi

Capacitor-run induction motor, single-phase induction motor का एक ऐसा type है जिसमें starting torque increase करने के लिए एक capacitor का इस्तेमाल किया जाता है, इस motor में capacitor run winding और main winding दोनों होती है।

जब power supply capacitor-run induction motor को provide किया जाता है तो capacitor winding में current flow होते हुए capacitor में एक electrical charge store हो जाता है, जिससे capacitor winding and main winding में एक phase difference पैदा होता है जिससे starting torque increase हो जाता है।

जब motor start होता है, तो capacitor winding से start होकर current, main winding में flow करता है, इससे motor के stator में rotating magnetic field generate होता है, जिससे rotor में eddy current induce होता है, Rotor का magnetic field stator के rotating magnetic field के साथ sync हो जाता है, जिससे motor की rotation generate होती है।

Capacitor-run induction motor का starting torque normal induction motor के मुकाबले बहुत अधिक होता है, इसलिए ये motors बहुत से applications में इस्तेमाल किए जाते हैं जहां starting torque बहुत important होता है, जैसे  कि pumps, compressors, air conditioners, and other heavy machinery.

Permanent split capacitor (PSC) induction motor

Permanent Split Capacitor (PSC) Induction Motor in hindi
Permanent Split Capacitor (PSC) Induction Motor in Hindi

Permanent split capacitor (PSC) induction motor एक single-phase induction motor है जिसमे एक fixed capacitor लगा होता है, इस capacitor की value motor की starting torque और efficiency को  बढ़ाने के लिए design की जाती है।

PSC motor का काम एक rotating magnetic field को generate करना होता है, जो stator winding से generate होता है, Stator में एक main winding होती है और एक auxiliary winding होती है, जिसे starting winding भी कहा जाता है, Auxiliary winding के साथ एक fixed capacitor parallel में लगाया होता है।

जब PSC motor को start किया जाता है, starting winding के साथ capacitor activate होता है, इससे एक phase shift generate होता है, जो rotor को घुमाने के लिए जरूरी होता है, Rotor की rotation से एक electromagnetic force generate होती है जो motor को घुमाती है।

जब motor की speed बढ़ने लगती है, starting winding के current का magnitude और phase shift decrease हो जाता है, इससे capacitor से ज्यादा current, main winding में flow होने लगता है, जिससे rotor की speed और torque increase होती है।

PSC motor की starting torque low होती है, लेकिन ये motor high starting current नहीं लेता है जिससे इसका प्रयोग appliances में ज्यादा होता है, इस motor की simplicity और low cost की वजह से इसका प्रयोग appliances जैसे कि fans, pumps, और compressors में होता है।

Shaded pole induction motor

shaded pole induction motor in hindi
Shaded Pole Induction Motor

Shaded pole induction motor एक single-phase AC motor है, जिसका नाम इसके construction से लिया गया है इस motor में stator के around एक copper winding होती है, जिसको shading coil कहते हैं, इस shading coil के एक हिस्से को iron core से cover किया जाता है, जिससे shading effect पैदा होता है।

जब motor को single-phase AC supply दी जाती है तो इसमें current flow होती है और इससे magnetic field generate होता है, ये magnetic field shading coil के unshaded part से  गुजरता है, जिससे current का phase shift हो जाता है, Phase shift की वजह से, magnetic field का direction shaded part के opposite direction में change हो जाता है, इस change हुए magnetic field की direction के कारण, rotor में भी magnetic flux generate होता है, जिससे rotor की गति पैदा होती है, इस तरह shaded pole induction motor काम करता है, इस motor में starting torque कम होता है, इसलिए ये छोटे appliances जैसे कि fans, blowers, और small pumps जैसे applications के लिए उपयोग किया जाता है।

Repulsion-start induction motor 

repulsion start induction motor in hindi
Repulsion-Start Induction Motor in Hindi

Repulsion-start induction motor एक single-phase induction motor है, जो starting में एक repulsion mechanism से मदद लेती है, ये motor बहुत कम शुरुवाती current के साथ शुरू होती है, और इसलिए इसका प्रयोग शुरुवाती torque प्राप्त करने के लिए होता है।
ये motor दोनों stator और rotor winding के साथ आता है, जैसे कि सभी induction motor में होता है, लेकिन इस motor में, rotor winding एक special type का होता है, जिसे repulsion winding कहते हैं, Repulsion winding commutator से शुरू होकर rotor के shaft के ऊपर से गुजरती है, Commutator brushes, जोकि stator के part होते हैं, ये repulsion winding के साथ connect किए जाते हैं|

जब single-phase AC supply दिया जाता है, तो इस motor के stator winding में rotating magnetic field generate होता है, ये field repulsion winding के rotor bars को repel करता है और rotor को घुमाने लगता है, ये mechanism starting torque generate करता है।

जब rotor की speed बढ़ने लगती है तो brushes के polarity reverse होती है, इस से repulsion winding के rotor bars को attract किया जाता है, इससे ये motor एक normal induction motor की तरफ काम करने लगता है।

Repulsion-start induction motor बहुत ही आसान तरीके से start होता है और इसका शुरुवाती current बहुत कम होता है,लेकिन इस motor के commutator और brushes की maintenance बहुत जरूरी होता है, और इसके लिए ये motor बहुत कम उपयोग किए जाते हैं।

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